RBI Gold Reserve: गिरवी रख गोल्ड छुपाया है RBI ने ? इसकी असली वजह आज से करीब 34 साल पहले देश के आर्थिक दिक्कतों से काफी जूझ रहा था तो उसे समय गोल्ड रिजर्व का एक हिस्सा गिरवी रखा गया था लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि आरबीआई 100 टन गोल्ड वापस ले आया है इसको वापस लाने का क्या वजह है?
यह गिरवी रखा हुआ गोल्ड छुपाया गया है अगर यह गोल्ड RBI का अपना है तो आरबीआई इसे भारत में इस समय क्यों लेकर आया है तो आईए जानते हैं क्या है आरबीआई का सच्चाई |
RBI Gold Reserve: लोकसभा चुनाव के बीच में एक बहुत बड़ी खुशखबरी आ चुकी है क्योंकि रिजर्व बैंक आफ इंडिया यानी कि RBI ने ब्रिटेन से 100 टन से भी अधिक सोना अपने देश में वापस मंगा लिया गया है रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने वापस सोनी को अपने भंडार में ट्रांसफर भी कर दिया गया है और हम लोग बता दें इसको 1991 में इस सोने को गिरवी रखा गया थाआरबीआई के जरिए और आज इस 34 साल बाद इसको अब आरबीआई ने इसे वापस भी मंगा लिया गया है अपने स्टॉक में रख लिया है |
क्या आरबीआई ने छुड़ाया है गिरवी रखा है गोल्ड ?
आज से लगभग 34 साल पहले हमारा देश बिल्कुल ही आर्थिक दिक्कतों से काफी जूझ रहा था तो उसे समय दो बार 20 टन और 47 टन गोल्ड किस्तों में गिरवी रखा गया था भारत ने उसे समय 40.5 करोड़ डॉलर लोन के लिए बैंक ऑफ़ इंग्लैंड के पास अपने गोल्ड रिजर्व का एक हिस्सा गिरी रखा गया था
लेकिन तत्कालीन सरकार ने अपनी नीतियों में बड़ा बदलाव किया इकोनॉमी को खोल दिया और वैश्विक बनाया तथा निजीकरण को बढ़ावा दिया गया इकोनॉमी को भी आगे बढ़ाया गया है देश की सेहत मजबूती बनाई गई और भारत ने अपने लोन को नवंबर 1991 तक चुकता कर दिया लेकिन लोन पूरा होने के बावजूद भी लॉजिस्टिकल करण से इसे वही रखना ज्यादा बेहतर समझा बजाय उसे वापस लाने के लेकिन RBI विदेश में गोल्ड खरीद कर देश में लाने की बजाय विदेश में ही रखता है |
वित्त वर्ष 2024 के आंकड़े के मुताबिक RBI ने 82.10 टन गोल्ड है जिनमें से 413.79 टन गोल्ड अभी भी विदेश में ही रखा गया है देश में अब 100 टन गोल्ड को मिलकर 408 टन से ऊपर गोल्ड हो गया है जिनमें से 308 तन से अधिक गोल्ड जारी होने वाले नोट्स के लिए 100.28 टन बैंक डिपार्टमेंट में एसेट के रूप में है इस आप समझ सकते हैं कि आरबीआई ने अपना गोल वापस ले आया है |
34 साल बाद वापस लाने की आवश्यकता क्यों पड़ी ?
RBI ने ब्रिटेन से गोल्ड तो वापस ले आया है लेकिन सवाल यह उठता है कि विदेशों में गोल्ड रखकर उसका आसानी से ट्रेडिंग और इस वेब के इस्तेमाल हो सकता थाऔर रिटर्न भी कमाए जा सकता था लेकिन आज यह सवाल उठता है कि क्या असर्त पड़ी आरबीआई को किसको गोल्ड को वापस ले लियादेश के बाहर गोल्ड रखने के लिरिक्स भी है जैसे कि इस समय जियोपोलिटिकल बढ़ रहा है और बाहर रखे किसी भी संपत्ति को फ्रीज कर दिया जाए तो उसका इस्तेमाल जरूर होने पर भी नहीं हो पाएगा |
अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने में मिलती है मदद
और हम आपके जानकारी के लिए बता दें विदेश में सोना रखने से दूसरे देशों के साथ व्यापार करना काफी आसान हो जाता है गोल्ड का भंडार बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय व्यवहार भी काफी बढ़ने लगती है सोने का उपयोग देश से लोन लेने या देने के लिए भुगतान करने के लिए किया जाता है इसके अलावा विदेशों में सोने पर ब्याज ज्यादा मिलता है इसी तरह से विदेश में गोल्ड का एक देश से दूसरे देशों के बीच में बिजनेस करने के लिए किया जाता है|
भारत के पास कितना है सोना?
RBI के आंकड़ों के अनुसार 2024 31 मार्च तक केंद्र सरकार के पास 82.10 टन सोना था | जबकि इसके पिछले साल 794.63 टन सोना था और बता दें 1991 में चंद्रशेखर सरकार ने उसे दौरान भुगतान संकट डालने के लिए सोने का गिरवी रखा था तथा भारत सरकार के अनुसार उसे दौरान आरबीआई ने 400 मिलियन डॉलर की राशि जुटाना के लिए बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ जापान में 46.91 टन सोना गिरवी रखा था |
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