अगर हम बात करें तो शोधकर्ताओं ने जिन खोपड़ियों की जांच की वे कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के कलेक्शन की है पहले 3687 और 2345 ईसवी पूर्व के बीच की 30 से 35 साल के पुरुष की है दूसरी खोपड़ी 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिला की है एक खोपड़ी 663 और 343 इस पर्व के बीच की बताई जा रही है,
हजारों साल पुरानी खोपड़ी ने ऐसा राज्य बबल जिसे जानकर शोधकर्ता या फिर वैज्ञानिक का हो गया होश एक रहस्यमई चीज पता चली प्राचीन लोगों न केवल चिकित्सा क्षेत्र में आगे थे बल्कि उन्होंने कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी ढूंढ लिया था शोधकर्ताओं को हजारों साल पहले के मरीज ने ब्रेन ट्यूमर को ठीक करने की कोशिश से सबूत मिले जो इस समय बहुत ज्यादा मुश्किल भरा काम है,
एक वेबसाइट के अनुसार शुद्ध करता है ने जिस खोपड़ी की जांच की है वह एक यूनिवर्सिटी की कलेक्शन है पहले 3687 और दूसरी 2345 इस पर्व के बीच की है एक खोपड़ी की उम्र 30 से 35 साल की है जो कि वह पुरुष की खोपड़ी है और दूसरी खोपड़ी 50 साल से अधिक की महिला की खोपड़ी है यह खोपड़ी 663 और 343 ईशा पर्व की बीच की बताई जा रही है,
वैज्ञानिकों के अनुसार एक खोपड़ियां बहुत ज्यादा पुरानी है उन्होंने खोपड़ी में एक बड़ा घाव मिला जो उत्तकों की समस्या में बड़ा ला रहा है इसके अलावा उनके चारों ओर कोई छोटा घाव भी थे लेकिन शोधकर्ता तब दंग रह गया जब उन्होंने खाओ के इर्द-गिर्द चाकू के निशान भी देखें एक ने कहा कि ऐसा लगा जैसे कि यह जानबूझकर इन गावों को बनाया गया है और शायद मारपीट में बचाव के लिए ऐसा किया गया होगा लेकिन वैज्ञानिकों को दूसरी खोपड़ी में कुछ ऐसा घाव नजर आया जिसे देखकर वैज्ञानिक दंग रह गए,
अगर बात की जाए तो इसके बाद खोपड़ी को जब माइक्रोस्कोपिक की मदद से जांच किया गया तो वैज्ञानिकों को यकीन नहीं हुआ कि उन्होंने क्या देख लिया उन्होंने कहा ऐसा लगा की प्राचीन समय के लोगों ने कैंसर युक्त घाव का सर्जरी करने की कोशिश की थी जिसे यह साबित होता है कि उसे समय भी लोग कैंसर की दवा बनाने में जुटे हुए थे,
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